राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
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About

स्वयंसेवक होने से बढ़कर गर्व और सम्मान की दूसरी बात हमारे लिए नहीं है। जब हम कहते हैं कि मैं एक साधारण स्वयंसेवक हूँ, तब इस दायित्व का बोध हमें अपने हदय में रखना चाहिए कि यह दायित्व बहुत बड़ा है। समाज भी हमारी ओर देख रहा है और समाज हमें एक स्वयंसेवक के रूप में देखता है। समाज की हमसे बड़ी-बड़ी अपेक्षाएँ रहें और उन अपेक्षाओं को पूर्ण करते हुए हम उनसे भी अधिक अच्छे प्रमाणित हों

बाबासाहेब भीमराव रामजी आम्बेडकर (BR Ambedkar)

सही अर्थों में बाबा साहेब एक राष्ट्रभक्त, लेखक, पत्रकार, विचारक, समाज सुधारक और मात्र भारत रत्न ही नहीं, विश्व रत्न थे. उन्होंने शोषित, वंचित समाज को ...
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