झुमरू
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About

मैं हूँ बाबा झुमरू और आज एक भारी ज्ञान पेलता हूँ 

जो गिरते हैं वही तो उठते हैं

वरना जो खड़े रहते हैं

वो बस गिलास पकड़ते हैं

ज़िंदगी नहीं