निर्मलता के मायने है सारगर्भित होना
- जो आंतरिक शुचिता या आंतरिक निर्मलता का भाव है वही शौच धर्म है।
- संसार में हमारी जितनी पाने की आकांक्षा है वह हमें सिर्फ आश्वासन देती ह...
• जीवन में उलझनों की मुख्य वजह हैं दिखावा और आडम्बर।
• मन-वचन-काय की सरलता का नाम आर्जव धर्म है।
• सरलता के माय...
दूसरों के गुणों के सम्मान में अगर हम आल्हाद महसूस करते हैं तो मानियेगा हमारे भीतर मृदुता-कोमलता आने शुरू हो गए हैं।
अपने को गुणवा...
• अपने भीतर कहीं बाहर से धर्म लाने की प्रक्रिया नहीं करनी बल्कि हमारे भीतर जो विकृतियाँ हैं उनको हटाना है। जैसे-जैसे हम उनको हटाते जायेंगे धर्म आपो...