Chanchal मन
मन, क्या करें इस मन का कभी इधर जाता है कभी उधर क्यू भटकता है ये इतना जाने किसकी तलाश है इसे कभी एक दम से शांत होकर रूक जाता है फिर अगले ही पल कही दूर ...
Waqt
ऐ वक्त तेरी रफ़्तार बहुत ऐ नदिया तेरी धार बहुत मै पीछे पीछे चलता हूं मुझको तेरी दरकार बहुत है कदम कदम पर मुश्किल भी हमको पाना है मंज़िल भी हम रुकें नह...
Zindagi 2
कहते है हर रिश्ते को भगवान बनाता है धरती पर हर रिश्ते को इंसान निभाता है
गरीब हो अमीर हो पढ़ा लिखा या अनपढ़ हो अपने घर के लिए हर कोइ रोट...
Jeevan Ek Rangmanch
Here is Episode number 10
जीवन एक रंगमंच
Few lines of this Poetry
पन्ने दर पन्ने रोज लिखा, कभी दर्द लिखा कभी प्रेम लिखा
कभ...