News
जब आदर्श बनते हैं राजनीति के उपकरण!
राजनीति में 'सम्मान' अब केवल भावनात्मक विषय नहीं, बल्कि एक रणनीतिक हथियार बन चुका है। मूर्तियाँ, स्मारक, और प्रतीक अब चुनावी नैरेटिव का हिस्सा हैं।
क्या यह पहचान की राजनीति है या सम्मान का राजनीतिकरण?
इस गहन चर्चा में शामिल हैं:
️ बृजमोहन लोया – प्रवक्ता, मप्र भाजपा
️ संतोष सिंह गौतम – मुख्य प्रवक्ता, मप्र कांग्रेस
️ धर्मेंद्र पयासी – वरिष्ठ पत्रकार
लाइव देखें IND 24 पर और यूट्यूब चैनल पर:
https://www.youtube.com/@IND24AMPL?sub_confirmation=1
सुनें सभी पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म्स पर:
#IdentityPolitics #PoliticalSymbolism #StatueDebates #RespectInPolitics #IND24Agenda #DiscussionSeries