Meri lunch partner

Share:

Listens: 2537

Bas Aise Hi

Arts


बस यूँही आज पुराने ऑफिस वाली लंच पार्टनर की याद आ गयी...उसके ऑफिस से जाने का दुःख तो था पर उस से ज़्यादा कसक उसके जाने की वजह से थी.... सुनिए कीर्ति की कहानी.