Miscellaneous
When the words fall short मैं यहाँ तू वहाँ ज़िंदगी है कहाँ तू ही तू है सनम देखता हूं जहाँ नींद आती नहीं याद जाती बिन तेरे अब जिया जाए ना तेरी सूरत अब एक पल क्यूँ नज़र से हटती नहीं रात दिन तो काट जाते हैं उम्र तन्हा कटती नहीं चाह के भी न कुछ कह सकूँ तुझसे मैं दर्द कैसे करूँ मैं बयान मैं यहाँ तू वहाँ ज़िंदगी है कहाँ