कबीर वाणीः मलिन आवत देख के, कलियन कहे पुकार

Share:

कबीर वाणी

Miscellaneous


मलिन आवत देख के, कलियन कहे पुकार । फूले फूले चुन लिए, कलि हमारी बार । मालिन को आते देखकर बगीचे की कलियाँ आपस में बातें करती हैं कि आज मालिन ने फूलों को तोड़ लिया और कल हमारी बारी आ जाएगी।