June 23, 2021ArtsHere is Episode number 10 जीवन एक रंगमंचFew lines of this Poetryपन्ने दर पन्ने रोज लिखा, कभी दर्द लिखा कभी प्रेम लिखाकभी लहर लहर सी हूक उठी, कभी नदिया जैसे प्रेम बहाइस दर्द प्रेम के सागर में जब ह्रदय नहाता है आंसू बन आता है।