May 12, 2023Society & Cultureएक सुनहरी शाम अपनी पलकों को मूँद कर ,जब देखा अपनी ज़िंदगी को पीछे मुड़कर ,तब लगा की जाने कितने लोग ज़िंदगी में गए और आये,पर सबसे मुश्किल था यह समझना ,कि कौन हैं अपने कौन पराये !!!