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Lash Akbar Teri | Noha | Azadari Roshan Garh | nohay 2024
Full Noha
लाश अकबर तेरी ख़मे में जब आयी होगी लाश अकबर तेरी खैमे में जब आयी होगी
किस तरह माँ को तेरी शक्ल दिखाई होगी लाश अकबर तेरी ख़मे में जब आयी होगी
(1)
देख कर खून में डूबी हुई सूरत तेरी फिर तेरी मां को कभी नींद ना आयी होगी
लाश अकबर तेरी खैमे में जब आयी होगी
(2)
रह गया होगा जिगर थाम के मजबूर पदर बरछी जिस दम सीने में दरायी होगी लाश अकबर तेरी खैमे में जब आयी होगी
(3)
उस घडी लाशऐ अब्बास भी तड़पा भी होगा जिस घडी शह ने तेरी लाश उठायी होगी
लाश अकबर तेरी खैमे में जब आयी होगी
(4)
ईद का चाँद जो माँ ने तेरी देखा होगा हर निशानी तेरी सीने से लगायी होगी
लाश अकबर तेरी खैमे में जब आयी होगी
(5)
वक़्ते रुक्सत तुझे ज़ैनब ने जो देखा होगा तेरे चेहरे से नज़र फिर न हटाई होगी लाश अकबर तेरी खैमे में जब आयी होगी
(6)
ले गयी तोड़ के ज़ैनब का कलेजा हाय मौत अकबर तुझे लेने को जब आयी होगी लाश अकबर तेरी ख़मे में जब आयी होगी
(7)
अब न आएगा कभी लौट के भैय्या तेरा किसने रूदाद ये सुगरा को सुनाई होगी
लाश अकबर तेरी खैमे में जब आयी होगी
- मकता- क्या हुआ होगा खुदा जाने लिखू क्या रोशन शह ने अरमानो की जब कब्र बनायीं होगी
लाश अकबर तेरी खैमे में जब आयी होगी
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