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देश में पहले चार लाख से अधिक रोजाना मामले सामने आ रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के नए मामलों की संख्या गिर कर लगभग 1 लाख 3 हजार पर आ गई है। लेकिन इनसब के बीच दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की भी चिंता सताने लगी है। तीसरी लहर कितना खतरनाक होगा और कब भारत में इसका असर दिखने लगेगा,
इसपर एक्सपर्ट कयास लगा रहे हैं। नीति आयोग के सदस्य वीके सारस्वत का कहना है कि भारत ने कोरोना की दूसरी लहर का सामना काफी अच्छी तरह से किया और इसलिए संक्रमण के नए मामलों की संख्या में काफी कमी आई है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि तीसरी लहर से निपटने के लिए भी तैयारियां पूरी होनी चाहिए, जिससे युवा आबादी के अधिक प्रभावित होने की आशंका है।