News
इस बार के चुनाव में नंदीग्राम काफी अहम हो गया है. दूसरी तरह से कहे तो नंदीग्राम नाक की लड़ाई है बीजेपी के लिए भी और टीएमसी के लिए तो है की. जिस नंदीग्राम से टीएमसी के शुवेंदु अधिकारी को साल 2016 में 81 हजार वोटों से जीत मिली थी और वही शुवेंदु अधिकारी बीजेपी के पाले में आ गए हैं. तो क्या मान लिया जाए कि बीजेपी के लिए नंदीग्राम आसान है और टीएमसी के लिए इस सीट को निकालना कठिन ?