बोपुल बागची - पंचम पूर्णिमा

Share:

Kahani Sunoge! - Hindi stories, fursat wali!

Kids & Family


रीमा की गूंजती आवाज़

"अब आखिरी चक्र है, बोपुल। अब तुम खुद चल कर आए हो। बलि पूरी होगी।"

बोपुल (आगे बढ़ता है): "नहीं रीमा, बलि नहीं... सच्चाई पूरी होगी।"